Thursday, December 23, 2010

कुछ हिंदी पंक्तियाँ..!!


ऐ सूरज एक एहसान कर
न ऐसे इन्हें परेशान कर
तु भी लुफ्त उठा इस खूबसूरती का
इन्हें मिलने का पूरा अरमान कर..
-- स्नेहल

और कुछ सोचने की वैसे तो जरुरत नहीं
ज्यादा बाते करने की आदत तो हमें भी नहीं
आपकी खूबसूरती के कायल तो सभी है यहाँ पे
और कुछ बयां करने की जरुरत नहीं..!!
-- स्नेहल


खुशियों का रोज़ त्यौहार हो
हसी की हमेशा बौछार हो
आप उतरे सीढिया दुखो की
सुखो की हमेशा भरमार हो..!!
--स्नेहल

जरो को आज बड़ा सुकून आया
जब आपका चेहरा यूँ नजर आया
यूँ देखते तो आपको रोज़ ही है
पर आजका रूप दिल को बड़ा भाया..!!
-- स्नेहल

नीले आसमान पे
लिखा दिल का फसाना
माना आप ही हो
जिसने किया हमें दीवाना..!!
-- स्नेहल

ये चेहरा जो सबसे प्यारा है
सोचना भी इसका बड़ा न्यारा है
दोस्ती खास है इसकी हमारे लिए
ये दोस्त बड़ा हसीं और बड़ा प्यारा है..!!
-- स्नेहल

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