Wednesday, May 25, 2011

सबका मलिक एक है..!!


भगवान हो या अल्लाह है
हम सारे तो उसीके रूप है
जीना है तो शान से जिओ
जीवन दिया जो हमें एक है

....सबका मालिक एक है
सबका मालिक एक है

धरम जाती में फरक है
खून का रंग तो एक है
रहन सहन में फरक है
पर दुःख दर्द तो एक है

....सबका मालिक एक है
सबका मालिक एक है

साथ साथ रहना है
हसी ख़ुशी जीना है
इन्सान के जनम में
जीना सभी को नेक है

....सबका मालिक एक है
सबका मालिक एक है

भगवान ने ना किया
हम में जो कोई भेद है
कोई लाख बढ़ाये दुरी
हम सब एक है

.....सबका मालिक एक है
सबका मालिक एक है

आरती हो या नमाज हो
पुकारते जिसे वोह एक है
मंदिर हो या मस्जिद हो
सबका मालिक एक है

.....सबका मालिक एक है
सबका मालिक एक है

--स्नेहल

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